तेरी तमन्ना तुझे बुलाती 23.08.2012
ये मध्यम सी हवांएं...ये धीमी सी रिमझिम
ये भवरें का गुंजन फुलों का खुशबू
हौले हौले कुछ कहना चाहती है ..
सुन ज़रा तू रुक ज़रा
उस हरजाई को भूल तू चल सच की ओर
तेरी मंजिल है जिस ओर तू कर रुख अपना उस ओर
ये सूरज की किरने तुझे नयी दिशा दिखाती है ,.
समझ ज़रा उठ ज़रा .
तेरी तमन्ना तुझे बुलाती है ....